“ईद पर नहीं, होली पर बढ़ती है मटन की मांग!” – नूरी खान का बयान बना सियासी तूफान; बकरीद से पहले नूरी खान का वीडियो हुआ वायरल!

उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:

मध्य प्रदेश महिला कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष नूरी खान एक बार फिर अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में हैं। इस बार उन्होंने बकरीद से पहले सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए एक वीडियो के ज़रिए एक ऐसा बयान दिया है, जिसने सियासी गलियारों से लेकर धार्मिक समूहों तक, सबको झकझोर दिया है। वीडियो में नूरी खान ने कहा है कि “मटन की मांग ईद पर नहीं, बल्कि होली पर कई गुना ज्यादा बढ़ जाती है।”

उन्होंने दावा किया कि आम दिनों में जहां मटन की खपत 4,000 क्विंटल होती है, वहीं होली के समय यह खपत 20,000 क्विंटल तक पहुंच जाती है, यानी लगभग 600% की वृद्धि होती है। नूरी ने सवाल उठाया कि जब होली जैसे त्यौहार पर बलि दी जाती है, मटन खाया जाता है, तब कोई सवाल नहीं उठाता, लेकिन बकरीद के मौके पर कुर्बानी को लेकर मुसलमानों को निशाना बनाया जाता है।

उनका यह बयान ऐसे समय पर आया है जब दिल्ली सरकार ने एक एडवाइजरी जारी की थी, जिसमें ईद के दौरान सार्वजनिक स्थानों पर जानवरों की कुर्बानी न देने की अपील की गई थी। इस पर भी प्रतिक्रिया देते हुए नूरी खान ने कहा, “मुस्लिम समाज को इस तरह की सलाह की कोई ज़रूरत नहीं है। ये पूरी तरह से साम्प्रदायिक सोच को बढ़ावा देने वाला कदम है।”

नूरी खान ने आगे कहा कि “आप क्या पहनते हैं, क्या खाते हैं – ये हर व्यक्ति का निजी अधिकार है।” उन्होंने कहा कि आजकल देश में एक खास धर्म को टारगेट कर नफरत का माहौल बनाया जा रहा है। “मुसलमानों को उपदेश दिया जा रहा है कि मांस खाना जरूरी नहीं है। लेकिन क्या यह तर्क बाकी धर्मों पर भी समान रूप से लागू होता है?” उन्होंने कहा कि आदिवासी समुदायों और कुछ अन्य मंदिरों में भी बकरे की बलि देने की परंपरा है, लेकिन वहां सवाल नहीं उठाए जाते।

नूरी खान ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव पर भी तीखा हमला किया। उज्जैन का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि शिप्रा नदी में 16 गंदे नालों का पानी, जिसमें मांस-मल का गंदा पानी भी शामिल है, सीधे बहाया जा रहा है। बावजूद इसके मुख्यमंत्री शिप्रा परिक्रमा जैसे धार्मिक आयोजनों की बात करते हैं। “आप पहले शिप्रा को शुद्ध करें, उसके बाद आस्था की बात करें,” उन्होंने दो टूक कहा। वीडियो के अंत में नूरी खान ने केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी नहीं छोड़ा। उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का जिक्र करते हुए कहा कि आज तक इस अभियान के तहत एक भी आतंकवादी पकड़ा नहीं गया है। उन्होंने कहा कि जब पाकिस्तान को करारा जवाब देने की बात हुई थी, “हम देश के साथ खड़े थे, लेकिन अब प्रधानमंत्री खुद पीछे हट गए हैं।” उनका इशारा मोदी सरकार के पाकिस्तान पर रुख को लेकर था, जिसे उन्होंने ‘सरेंडर’ बताया।

नूरी खान का यह वीडियो सामने आने के बाद भाजपा और हिन्दू संगठनों की तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं। आरोप लगाए जा रहे हैं कि नूरी खान सांप्रदायिक ध्रुवीकरण को हवा देने का काम कर रही हैं। सोशल मीडिया पर भी उनके बयान को लेकर तीखी बहस चल रही है। हालांकि कांग्रेस पार्टी की ओर से अब तक इस बयान पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन ये देखना दिलचस्प होगा कि क्या पार्टी इस बयान से खुद को अलग करती है या समर्थन में उतरती है।

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